मंगलवार, 19 अगस्त 2008

बौना आदमी

उगलती रही होगी धरती सोना
तुम्हारे बचपन में
मैने तो रसायन से ही देखा है
खेतों को गर्भ धरते
बहती रही होगी
दूध घी की नदियां
यहां तो ताल पोखरे भी नहीं देखे हमने
पाउडर में ही बीता है
अपना बचपन
होनहार को खोजती रही होगी नौकरी
तुम्हारे जमाने में
हमारे जमाने में तो
होनहार के गले में फंदा है

अपने अतीत का सपना हमें क्यो दिखाते हो
यहां तो सपने भी मिलावटी हैं
बौनी पीढ़ी के मौन प्रतिनिधि हैं हम

पर बौनी काया
तुमसे अधिक दिमाग रखती है
बौनी काया ने नाप लिया है आसमान
धरती के विनाश का
कर लिया है सारा इंतजाम
हिरोशिमा तो एक नमूना था.

बौने होते आदमी का दिमाग
सबसे उर्वर है
चांद पर सैर कर रहा है वह
अपने नक्षत्र बना दिए हैं
अपने ग्रह बना -बिगाड़ रहा है.

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